Navnidh Hassomal Lakhani Public School
A motivational session by Shraddhey Siddh Bhauji for imbibing pious Sanskaras in the students for class VIII
6-Feb- 2023
 छात्राओं में सद्गुणों को विकसित करने हेतु नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल में विशेष सत्र का आयोजन

 दिनांक 6 फरवरी 2023 को परमहंस संत हिरदाराम साहिब जी की असीम अनुकंपा एवं श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी के पावन सानिध्य व मार्गदर्शन में कक्षा आठवीं की छात्राओं हेतु, नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल के सभागार में विशेष सत्र आयोजित किया गया। 

कार्यक्रम की शुरुआत संत हिरदाराम साहिब जी ,माँ भारती एवं माँ सरस्वती जी की प्रतिमाओं के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर की गई।

  श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए अपने आशीर्वचनों में कहा कि प्रातः काल जल्दी उठने की आदत डालें क्योंकि सुबह के समय पढ़ा हुआ हमेशा याद रहता है। खाना चबा- चबा कर खाएँ एवं हल्के व सुपाच्य भोजन का सेवन करें। आपने छात्राओं को काले चने, अंकुरित अनाज, नारियल, सलाद के रूप में प्याज, खजूर आदि का महत्व समझाते हुए इन्हें भोजन में शामिल करने के लिए प्रेरित किया। आपने छात्राओं को बताया कि दूध से बने खाद्य पदार्थों जैसे कि आइसक्रीम खाने के बाद खट्टी चीजों का सेवन न करें ।आपने जीवन में सद्गुणों का महत्व समझाते हुए छात्राओं से कहा कि प्रातः काल बिना कुछ खाए-पिए सर्वप्रथम पक्षियों को दाना-पानी देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। प्रतिदिन निश्चित समय पर आरती अवश्य करें। आरती करने से परमपिता परमेश्वर से आत्मीयता बढ़ती है। ईश्वर की असीम अनुकंपा से ही आपको मनुष्य का दुर्लभ जन्म प्राप्त हुआ है अतः इस जन्म में ईश्वर की भक्ति और अच्छे कार्य कर अपने जीवन को सार्थक बनाएँ। अपने दादा-दादी,माता-पिता की बात माने एवं उनका सम्मान करें। अपनी माँ को अपनी अच्छी सहेली बनाएंँ एवं सारी बातें उनसे साझा करें। माँ आपके पालन- पोषण में अपने सभी सुखों का त्याग कर देती है और पिता दिन- रात मेहनत करके आपकी सभी जरूरतों को पूरा करते हैं इसलिए हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ रहें। छोटे-छोटे काम स्वयं करके अपनी मांँ की सहायता करें। किसी की निंदा न करें व झूठ न बोलें। मोबाइल व टी.वी. अधिक न देखें क्योंकि इनके अधिक उपयोग से आपकी आँखें व स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है। शिक्षकों के प्रति श्रद्धा, विश्वास, सम्मान एवं कृतज्ञता का भाव रखें। आपके शिक्षक शिक्षा के साथ-साथ, अपने अनुभव के आधार पर आपको उपयोगी बातें बताते हैं इसलिए उनकी बातें ध्यान पूर्वक सुने। प्रतिदिन समाचार पत्र का वाचन अवश्य करें। आगे आपने छात्राओं को डॉ. कलाम, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपति मुर्मू आदि का उदाहरण देते हुए शिक्षा का महत्व समझाया और कहा कि पढ़े लिखे व्यक्ति का सभी जगह सम्मान होता है। आप पढ़- लिखकर अच्छा पद प्राप्त करके अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं। सभी विषयों के अध्ययन के लिए दैनिक समय सारणी बनाएँ व मन लगाकर पढ़ाई करें और आगामी परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित करें। बड़े होकर अच्छा पद प्राप्त करके ही आप अपने माता-पिता के उपकारों का कर्ज चुका सकते हैं, इसलिए पढ़-लिख कर अच्छे कार्य करें व उनका नाम रोशन करें।

विद्यालय की प्राचार्य श्री अमृता मोटवानी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि जिस प्रकार गुलाब का फूल अपनी विशिष्ट सुगंध के कारण पहचाना जाता है उसी प्रकार प्रत्येक मनुष्य की पहचान उसके संस्कारों से होती है। सिर्फ कद में बड़े होने से हम बड़े नहीं होते, जीवन में अच्छे विचारों और अच्छे कार्यों के द्वारा हम महान बनते हैं। आपने छात्राओं को समझाया कि संस्कारवान बनने के लिए अच्छी बातों को अपनाते हुए उन्हें अपनी आदत बनाएँ एवं आज के इस सत्र में श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी द्वारा बताई गई ज्ञानवर्धक बातों को ध्यान पूर्वक सुने, समझे एवं जीवन में अपनाएँ।

   कार्यक्रम में विद्यालय की कोऑर्डिनेटर सुश्री रीटा आहूजा ने अपने प्रेरक वक्तव्य में छात्राओं से चर्चा करते हुए अच्छी आदतों जैसे कि सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करना, पक्षियों को प्रतिदिन दाना-पानी देना, आरती करना, कभी जिद न करना, बड़ों का कहना मानना इत्यादि को जीवन में अपनाने हेतु प्रेरित किया। माता-पिता, शिक्षकों  का कहना मान कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें एवं जीवन में मनचाहा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अथक प्रयास करें। आपने छात्राओं को बताया कि आपके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों का पुण्य जीवन में अवश्य मिलता है एवं आत्म संतुष्टि मिलती है। 

इस प्रेरक सत्र में कक्षा आठवीं  की छात्राओं में कु. जाह्नवी गुरबानी , कु. हिमांशी शेवानी, कु. हरजोत कौर एवं कु. अंशिका लुधानी ने अपने विचार साझा किए। सत्र में उपस्थित सभी छात्राओं को श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी द्वारा आशीर्वाद स्वरूप पेन उपहार में दिए गए।

कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी, श्री ए.सी. साधवानी (सचिव), श्री गोपाल गिरधानी (एकेडमी डायरेक्टर), सुश्री अमृता मोटवानी (प्राचार्य), कोऑर्डिनेटर सुश्री काजल आसुदानी व सुश्री रीटा आहूजा, शिक्षिकाएँ एवं कक्षा आठवीं की छात्राएँ उपस्थित रहीं।
 
कार्यक्रम में कक्षा आठवीं की छात्रा कु. नुपुर लालवानी ने विशेष रूप से श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी एवं सत्र में उपस्थित सभी के प्रति आभार व्यक्त किया तथा सभी छात्राओं की ओर से आश्वासन दिया कि वे आज के सत्र में बताई गई सभी प्रेरक बातों को अपनाएँगी।

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